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Showing posts from July, 2018

60%आबादी ओबीसी को केवल 27% आरक्षण ।ओबीसी कोटे को सरकार को बढ़ाना चाहिए।

ओबीसी आरक्षण के वर्गीकरण का कांग्रेस विरोध करके अपने पैर पर कुल्हाड़ी मार रही है आदरणीय एवम् सम्मानित मित्रों प्रणाम , नमस्कार । Posted by: Lalsuprasad S. Rajbhar. Publish Date:Thu, 05 Jul 2018 08:31 AM (IST) आरक्षण जाति के आधार पर ही होना चाहिए।क्योंकि आज करोडपति के पास बीपीएल कार्ड है । गरीब के पास सफेद कार्ड है । यदि आरक्षण जाति के आधार पर नहीं होगा तो गरीब जाति के लोगों को कभी नौकरी नहीं मिलेगी ।आज ओबीसी की जनसंख्या के हिसाब से ओबीसी का आरक्षण कोटा 50 से 60 % होना चाहिए ।परन्तु आज भी सरकार27% पर अटका पड़ा है। सरकार को ओबीसी आबादी के हिसाब से ओबीसी कोटे को बढ़ाना चाहिए । परन्तु सरकार ओबीसी कोटे के लिए कुछ नहीं कर रही है । यदि आर्थिक आधार पर आरक्षण हो गया तो एक भी नौकरी दलितों एवि ओबीसी के लोगों को नहीं मिलेगी ।क्योंकि क्रिर्मिलेयर सर्टिफिकेट पैसे के बल बनाया जाता है । आज भी क्रामिलेयर का दुरुपयोग धड़ल्ले से हो रहा है ।इसलिए जातिगत आरक्षण बहुत जरूरी है ।अब काग्रेस कुछ अलग विरोध कर रही है।यह एक विडंबaना ही है कि कांग्रेस ने आजादी के बाद से ही पिछड़ों की समस्याओं को सही परिप्रेक्ष्य में

राजभर समाज में सामाजिक एकता क्यों नहीं है।

राजभर समाज हिन्दू राजभर होते हुए सामाजिक एकता से दूर क्यों हो रहा है । आदरणीय एवं सम्मानित मित्रों प्रणाम , नमस्कार । Posted by: Lalsuprasad S. Rajbhar. हमारे राजभर समाज में एकता क्यों नहीं हो रही है । क्योंकि इसमें कुछ समाज के लोग भटक गए हैं ।एक बात याद रखना जिस समाज का धर्म एक होगा उसी समाज में एकता रहेंगी। जैसे यादव समाज का धर्म हिन्दू है ।एवम् सभी यादव समाज के लोग  हिन्दू धर्म को मानते हैं । आज मुसलमानों को देखो पूरा मुसलमान इस्लाम धर्म को मानता है । चाहे मुसलमान छोटी जाति का हो या बड़ी जाति का हो । परन्तु सभी  मुसलमान इस्लाम को मानते हैं ।आज ईसाई समुदाय को देखो ।ईसाई धर्म में भी बड़ी जाति एवं छोटी जाति होती है । परंतु ईसाई समुदाय भी जीसस क्राइस्ट को मानता है । परंतु राजभर समाज भारशिव होते हुए सबसे प्राचीन सनातन धर्म,हिन्दू धर्म  का होते हुए भी कुछ समाज के विध्वंसक बुद्धिस्ट एवम् क्रिश्चियन का प्रचार प्रसार कर रहे हैं । ऐसमे राजभर समाजमे  एकता कैसे आयेगी। कुछ लोग समाज में गलत शब्दों का प्रयोग करते हैं ।किसी को गधे से संवोधित करते हैं । जो कि ऐसे लोग खुद महागधे होते हैं ।जिस समाज क

आजाद हिन्दूस्तान के आजाद क्रांतिकारी चन्द्र शेखर आजाद।

आजाद हिन्दूस्तान के आजाद क्रांतिकारी चन्द्र शेखर आजाद । आदरणीय एवं सम्मानित मित्रों प्रणाम , नमस्कार । Posted by: Lalsuprasad S. Rajbhar. 23/07/2018. मित्रों आज 23 July  चन्द्र शेखर आजाद का जन्मदिन है ।ऐसे महान क्रांतिकारी को नमन करता हूँ । जो देश की आजादी. के. लिए हंसते हंसते अपने प्राण न्योछावर कर दिये । Chandra Shekhar Azad  चन्द्रशेखर आजाद आजादी के परवानो में एक ऐसा नाम जिसके नाम में ही आजाद शब्द जुड़ा हुआ हो उसकी जीवन शैली की आप कल्पना सहज ही कर सकते है और वो “आजाद” शब्द चन्द्रशेखर आजाद | Chandra Shekhar Azad ने खुद से अपने नाम में जोड़ लिया था यानी वे खुद को अंग्रेजो की गुलामी से आजाद घोषित कर चुके थे, और उन्होंने अपना सारा जीवन को भारत माँ की आजादी के लिए लगा दिया था चन्द्रशेखर आजाद | Chandra Shekhar Azad तो भारत माँ के इतने बड़े देशभक्त थे की उन्हें अपनी भारत माँ की आजादी के अलावा और कोई बात सूझता ही नही था, भले ही आज के समय में हम सभी के बीच चन्द्रशेखर आजाद | Chandra Shekhar Azad नही है लेकिन उनकी तस्वीरों में मुछो पर ताव देते हुए चन्द्रशेखर आजाद जरुर कही न कही लोगो के मन मे